जब वो रूठी ये बोली हम से
हर ग़म मैंने पाया तेरे मिलन से
जब वो रूठी ये बोली हम से
हर ग़म मैंने पाया तेरे मिलन से
जब वो रूठी ये बोली हम से
हर एक को छोड़ा तेरे कहन से
मैं थी पागल तेरे ही प्यार में
मैं थी घायल तेरे ही ख्याल में
क्या क्या मैंने चाहा और क्या सोचा
क्या क्या मैंने खोया और क्या पाया
फिर मुझको घूरा और पूछा
क्या जी अब चुप, क्या कोई जवाब
मैंने उसको देखा ऐसे मुस्कान से
जैसे मैंने देखा कोई बाला की खेल
फिर वो टूटी और क्या क्या टुटा
फिर वो टूटी और क्या क्या टुटा
मैंने उसको देखा ऐसे मुस्कान से
जैसे मैंने देखा कोई बाला की खेल
वो रो रोकर आई मेरे सामने
धीरे धीरे मारा मेरे सिने में
मैंने उसको देखा ऐसे मुस्कान से
जैसे मैंने देखा कोई बाला की खेल
मैंने उसको घेरा सारे प्यार से
वो भी घेरी बिना ख्याल से
फिर मैंने खेला उसकी बाल में
और लेली मुंह की लाली
तब वो झूटी ये बोली दिल से
हर एक को छोडूं ऐसे यार पे
मैं हूँ पागल तेरे ही प्यार में
मैं हूँ घायल तेरे ही ख्याल में
मैंने उसको देखा ऐसे मुस्कान से
जैसे मैंने देखा कोई बाला की खेल
मैंने उसको देखा ऐसे प्यार में
जैसे मैंने पाया सारे खुशी संसार की
बहुत अच्छी कोशिश है
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